हैदराबाद / पोल्ट्री इंडिया, भारत की बड़ी आबादी चिकन और अंडों का सेवन बड़े चाव से करती है। बेहतर स्वास्थ्य के लिए कई बीमारियों में चिकित्सक भी इसे खाने की सलाह देते हैं। चिकन और अंडों के बारे में कई अनसुलझी कहावतें और रोचक जानकारियां हैं। मसलन पहले धरती पर मुर्गी आई या फिर अंडे? ऐसे ही कई सवालों के जवाब यहां हम आपको दे रहे हैं।

1. मुर्गी के इस किस्म के एक अंडे की कीमत 100 रुपए तक है

अगर आप पोल्ट्री बिजनेस में आना चाहते हैं तो सबसे पहले आप उन्नत किस्म की मुर्गियों का चयन करेंगे। जिसके अंडों का बाजार भाव अधिक हो और आपको बेहतर मुनाफा मिल सके। हम आपको ऐसी ही किस्म की एक मुर्गी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके एक अंडे की कीमत 100 रुपए तक हो सकती है। मुर्गी की इस प्रजाति का नाम असील है जो एक साल में महज 60-70 अंडे ही देती है। लेकिन इसके अंडों का बाजार भाव बाकी किस्म की मुर्गियों की तुलना में कई गुणा अधिक होता है। मजे की बात ये कि महज एक असील को पालकर आप सालाना 60-70 हजार रुपए की कमाई कर सकते हैं।

Poultary

2. Rhode Island Red मुर्गी देती है सालाना 300 अंडे

Rhode Island Red मुर्गी वास्तव में ऑस्ट्रेलियाई मूल की प्रजाति है, जो सर्वाधिक अंडे देती है। इस किस्म की एक मुर्गी साल में 290 से 300 अंडे तक देने की क्षमता रखती है। इसकी तुलना में भारत की घरेलू किस्म की मुर्गियां महज 100 से 150 अंडे सालाना ही दे पाती है। RIR की ये प्रजाति सर्वाधिक अंडे देने के मामले में सबसे अच्छी किस्म मानी जाती है। इस प्रजाति के चूजों को अंडे देने लायक मुर्गी बनने में तुलनात्मक तौर पर कम समय लगता है। Rhode Island Red chicken को बैकयार्ड पोल्ट्री फार्मिंग के लिए सबसे मुफीद माना जाता है। गांव में घर के पिछवाड़े में इस वरायटी की 8-10 मुर्गियों का पालन कर आप व्यावसायिक लाभ ले सकते हैं साथ ही घर के अंडों की आमद होगी वो अलग।

3. रेफ्रिजरेटर में रखे अंडे कितने दिनों तक खराब नहीं होती?

प्रोफेसर Kevin Murphy, University of Central Florida’s Rosen College में फूड सेफ्टी और सैनिटेशन एक्सपर्ट हैं। उन्होंने अपने ताजा अध्ययन में पता करने की कोशिश की कि फ्रिज में रखे अंडे कितने दिनों तक खराब नहीं होते हैं। लंबे शोध के बाद प्रोफेसर केल्विन मर्फी निष्कर्ष पर पहुंच सके। उनके मुताबिक एक निश्चित तापमान पर फ्रिज में रखे अंडे 3 से 5 हफ्तों तक खराब नहीं होते हैं। हालांकि उबले अंडों के खराब होने की गुंजाइश अधिक होती है। उबले अंडों को आफ फ्रिज में एक हफ्ते तक रखकर सेवन कर सकते हैं।

4. रेफ्रिजरेटर में रखे चिकन कितने दिनों तक खराब नहीं होती?

कच्चे मीट और चिकन सामान्य परिस्थितियों में फ्रिज के बाहर कुछ घंटों में ही खराब होने लगते हैं। अमूमन लोग कच्चे मांस फ्रिज में रखकर लंबे समय तक इसका सेवन करते हैं। अब फ्रिज में रखे कच्चे मीट की उत्तमता की मियाद क्या है, इस बारे में लंबे शोध के बाद वैज्ञानिक एक निष्कर्ष पर पहुंचे हैं। अगर मीट को डीप फ्रीजर में रखा जाय तो ये लंबे समय तक खाने लायक होते हैं। वैज्ञानिकों की माने तो कम से कम दो दिनों तक फ्रिज में रखे मीट का आप आसानी से सेवन कर सकते हैं। अगर इसे फ्रिज में लंबे समय तक रखा जाय तो इसमें कुछ खास तरह के बैक्टीरिया जैसे Salmonella, Listeria और Campylobacter पनपने लगते हैं, जिसका सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। यहां तक कि कुछ परिस्थितियों में ये जानलेवा भी हो सकता है।

5. महाराष्ट्र की मुर्गी ने दिया सबसे वजनदार अंडा!

मुर्गी के अंडों के आकार और वजन से आप पूरी तरह वाकिफ होंगे। वहीं कोल्हापुर, महाराष्ट्र के एक पोल्ट्री फार्म एक मुर्गी ने असामान्य आकार और अधिक वजन वाला अंडा दिया। जिसे भारत में सबसे अधिक वजन वाला अंडा माना गया है। आसपास के लोग इस अंडे को देखकर कौतूहल से भर गए। दूरदराज से लोग इस अंडे को देखने लगे और जल्दी ही कोल्हापुर का ये पोल्ट्री फार्म इलाके में लोकप्रिय हो गया। लोग इस अंडे के साथ सेल्फी भी लेते देखे गए। अब वैज्ञानिक शोध में लगे हैं कि क्या इस मुर्गी की कोई संकर प्रजाति विकसित की जा सकती है, ताकि बाकी मुर्गियां भी इतने ही वजनदार अंडे दे सकें।

6. धरती पर पहले मुर्गी का पदार्पण हुआ या फिर अंडों की उत्पत्ति? वैज्ञानिकों ने हल किया ये सवाल

ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने शोध के बाद ये पता लगा लिया है कि धरती पर पहले मुर्गियों का पदार्पण हुआ था या फिर अंडों की उत्पत्ति। दरअसल ये कौतूहल भरा सवाल लंबे समय से लोग एक दूसरे से पूछते आ रहे हैं। University of Bristol के वैज्ञानिकों की शोध में पता पक्षियां और जलचर ने संभावित तौर पर पहले बच्चों को जन्म दिया होगा बजाय अंडों के। तथ्यों की साम्यता से वैज्ञानिक ये निष्कर्ष पर पहुंचे कि धरती पर पहले मुर्गियां आई फिर अंडे उत्पन्न हुए। इस रिसर्च के निष्कर्ष को लेकर लंबा चौड़ा आलेख Nature Ecology and Evolution नामक जर्नल में छापा भी गया। हालांकि अभी भी कई लोग पक्के तौर पर इस निष्कर्ष से सहमत नहीं हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया कि हजारों साल पहले मुर्गे और मुर्गियां आज की तरह के आकार प्रकार के नहीं थे। वे उस समय अंडे देने की बजाय सीधे चूजों को जन्म दिया करते थे।

– विजय कुमार

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