ऋषिकेश की यात्रा में धर्मपुरी स्थित ओशो आश्रम अपने आप में अनूठा अनुभव रहा। यहां कि अपूर्व शांति ने मन के कई तार झंकृत कर दिये। यहां आप हफ्तेभर का मेडिटेशन कोर्स करने आ सकते हैं, लंबी छुट्टी न मिले तो यहां के शांत वातावरण में सुकून के कुछ पल बिता सकते हैं। कई जगह आपको आदर्श वाक्य लिखे मिलेंगे मसलन अपने ईगो का त्याग करें। इन्हीं में से कोई सीख आपके दिल को छू जाय तो आपका जीवन परिवर्तित हो सकता है। हरी भरी वादियां और पत्तियों को छूकर चमकती सूर्य की किरणें आपको आनंद से भर देती है। करीने से लगे पेड़ पौधों की झुरमुट के बीच चहलकदमी करते हुए आप ऊर्जा से भर जाते हैं। ये है बुद्ध क्षेत्र आध्यात्मिक केंद्र अंदर मेडेटेशन हॉल में ओशो रजनीश की बड़ी फोटो लगी है। हॉल में पूर्ण शांति, ऐसी शांति कि यहां बैठकर आप घंटों ध्यान मग्न हो सकते हैं। लिविंग रूम जहां एक साथ कई लोग सो सकते हैं, लेकिन चीजें इतनी व्यवस्थित की आपको लगेगा कि अपने परिवारजनों के साथ समय व्यतीत हो रहा है। डायनिंग हॉल की तरफ चलते हैं। यहां शुद्ध शाकाहारी खाना ही परोसा जाता है। सेल्फ सर्विस जहां किचन में एक तरफ खाना पकते हुए देख भी सकते हैं आप। आश्रम के बगल में ही गंगा की कल कल धारा बहती है। पत्थरों के रास्ते नदी किनारे आप आराम से पहुंच सकते हैं। ऋषिकेष का ओशो आश्रम और यहां ध्यानमग्न होने का प्लानिंग आप भी कर सकते हैं।