वाशिंगटन (Washington): गूगल (Google) ने साल 2024 की शुरुआत के साथ जॉब मार्केट में निराशा की झड़ी लगा दी। उसने अपने सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी (laid off hundreds of employees) से निकाल दिया है। माना जा रहा है कि अब इन कर्मचारियों की जगह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल (Use of Artificial Intelligence (AI) करते हुए काम निकाला जाएगा। हालांकि, गूगल की तरफ से जो आधिकारिक बयान जारी किया गया है उसमें नियमित कटौती की ही बात की गई है।
माना जा रहा है कि सबसे अधिक गूगल के वॉइस बेस्ड गूगल असिस्टेंट और ऑगमेंटेड रियलिटी हार्डवेयर टीम से कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। गूगल ने सेंट्रल इंजीनियरिंग ऑर्गेनाइजेशन से भी कुछ कर्मचारियों को निकाला है। ये बात और है कि गूगल ने पहले ही करीब छह फीसदी कर्मचारियों को कम करने की बात कह दी थी। अब एक के बाद एक कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने की सूचना दी जा रही है।
हालांकि अमेरिका में अल्फाबेट वर्कर्स यूनियन ने गूगल के इस रवैये की आलोचना की है। यूनियन के मुताबिक गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के दुनियाभर में सितंबर 2023 तक 1,82,381 कर्मचारी थे। इसी दौरान अल्फाबेट ने एलान किया था कि कंपनी अपने कार्यबल में 6 फीसदी की कटौती करेगी, जिससे करीब 12 हजार लोगों की नौकरी जाएगी।
अमेजन में भी छंटनी की शुरुआत
गूगल के अलावा प्रतिष्ठित कंपनियों में शामिल अमेजन में भी छंटनी का आगाज हो चुका है। अमेजन के सेग्मेंट ऑडिबल में कम से कम पांच फीदसी कर्मचारियों को निकालने की खबर है। माना जा रहा है कि यहां भी ऑटो इंटेलिजेंस टूल्स के चलते कई ट्रांस्लेटर्स और कंटेन्ट राइटर्स की कुर्सी खाली हो गई है। आने वाले वक्त में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जॉब मार्केट पर क्या असर होगा देखने वाली बात होगी।
कंपनी के इतिहास की सबसे बड़ी छंटनी
गूगल में जिस तरीके से हजारों की संख्या में नौकरियां जा रही है उसे कंपनी के इतिहास की सबसे बड़ी छंटनी भी माना जा रहा है। नई रिपोर्ट से पता लगा है कि कंपनी बड़े ले-ऑफ की तैयारी कर रही है। इसमें 30,000 कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा है। गूगल तीस हजार कर्मचारियों वाली एड-सेल्स यूनिट को रि-ऑर्गनाइज कर सकती है। कंपनी के हालिया नए एआई इनोवेशन के चलते यह हो रहा है। द इन्फॉर्मेशन ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
खासकर एड-सेल्स यूनिट में कई नौकरियां खत्म की जा रही हैं, क्योंकि गूगल ने नए एआई बेस्ड टूल पेश किये हैं। ये टूल्स स्वचालित रूप से ग्राहकों के लिए अच्छा परफॉर्म करने वाले नए विज्ञापन सुझा सकते हैं और बना सकते हैं। इसका मतलब है कि Google अब AI पर अधिक निर्भर हो रहा है और कम मानवीय हस्तक्षेप चाहता है। इससे विज्ञापन उद्योग में बड़े बदलाव आ सकते हैं और कई लोगों के रोजगार पर असर पड़ सकता है।