एपल (Apple) ने मार्च 2024 से मार्च 2025 के बीच भारत में लगभग ₹1.88 लाख करोड़ के iPhone बनाए हैं। इस दौरान भारत से करीब ₹1.49 लाख करोड़ के iPhone विदेशों में एक्सपोर्ट भी किए गए। इसका मतलब है कि अब हर पांच में से एक iPhone भारत में तैयार हो रहा है, जो देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह जानकारी ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में सामने आई है।
कहां बनते हैं भारत में iPhone?
भारत में iPhone का मैन्युफैक्चरिंग काम तमिलनाडु और कर्नाटक की फैक्ट्रियों में होता है।
इसमें सबसे बड़ा योगदान Foxconn का है, जो Apple का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर है। इसके अलावा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन भी इस काम में शामिल हैं।
भारत में बिक्री और बाज़ार स्थिति
वित्त वर्ष 2024 में भारत में Apple के स्मार्टफोन की बिक्री 8 अरब डॉलर तक पहुंच गई। हालांकि, बाजार हिस्सेदारी अब भी करीब 8% ही है क्योंकि भारत के मिडिल क्लास के लिए iPhone अभी भी एक लग्जरी प्रोडक्ट है। लेकिन Apple को भारत में भविष्य में बड़े बाजार की उम्मीद है।
Apple भारत में इतना निवेश क्यों कर रहा है?
1. चीन पर निर्भरता घटाना
कोविड-19 लॉकडाउन, जियोपॉलिटिकल तनाव और ट्रेड वॉर की वजह से Apple अब सिर्फ चीन पर निर्भर नहीं रहना चाहता। कंपनी को एहसास हुआ कि एक ही देश पर बहुत ज्यादा निर्भरता जोखिम भरा हो सकता है।
2. भारत में कम लागत में उत्पादन
भारत में लेबर सस्ती है, जिससे प्रोडक्शन खर्च घटता है। साथ ही, यहीं पर प्रोडक्शन करने से Apple को महंगे इलेक्ट्रॉनिक इम्पोर्ट टैक्स से भी राहत मिलती है।
3. सरकारी सहायता
भारत सरकार की मेक इन इंडिया और PLI (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) स्कीम्स कंपनियों को स्थानीय स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग करने के लिए वित्तीय सहायता देती हैं। इस वजह से Foxconn और Tata जैसे Apple के पार्टनर भारत में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे हैं।
4. तेजी से बढ़ता स्मार्टफोन बाजार
भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते स्मार्टफोन मार्केट्स में से एक है। यहां प्रोडक्शन बढ़ाने से Apple को बाजार की मांग पूरी करने में मदद मिलती है और कंपनी की बाजार हिस्सेदारी भी धीरे-धीरे बढ़ रही है।
5. बढ़ते एक्सपोर्ट के अवसर
भारत में बने करीब 70% iPhone एक्सपोर्ट किए जाते हैं। 2024 में भारत से ₹1.09 लाख करोड़ के iPhone एक्सपोर्ट हुए, और यह आंकड़ा आने वाले समय में और बढ़ सकता है।
6. स्किल्ड वर्कफोर्स और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर
हालांकि भारत का वर्कफोर्स चीन की तुलना में कम अनुभवी है, लेकिन तेजी से सुधार हो रहा है। Apple के पार्टनर जैसे Foxconn, कर्मचारियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं और कर्नाटक में ₹23,139 करोड़ के निवेश से नया प्लांट भी बना रहे हैं।
Shashi Rai