देश में इलेक्ट्रिक कारों की मांग लगातार बढ़ रही है। केयरएज रेटिंग की रिपोर्ट के मुताबिक बीते पांच सालों में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में तेजी आई है। वित्त वर्ष 2024 में इलेक्ट्रिक कारों की खुदरा बिक्री में 90 प्रतिशत की शानदार सालाना बढ़ोतरी के साथ 90,432 यूनिट दर्ज की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में यात्री वाहन उद्योग में वित्त वर्ष 2025 में मध्यम ग्रोथ देखने को मिलेगी, जिसमें बिक्री की मात्रा 3 फीसदी से 5 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद है।
ग्राहकों का झुकाव इलेक्ट्रिक कारों की ओर बढ़ा
इलेक्ट्रिक कारों का एन्वायरमेंट फ्रेंडली होना, पेट्रोल डीजल से न चलना और रखरखाव में आसान होने के चलते ग्राहकों का झुकाव अब इलेक्ट्रिक कारों की ओर बढ़ रहा है। भारत में बंगलूरू ऐसा शहर है जो इलेक्ट्रिक कारों की खरीदारी में सबसे आगे है।
किफायती विकल्पों की तलाश
इलेक्ट्रिक कारों को पसंद करने के पीछे सबसे बड़ी वजह यह भी है कि ईंधन की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, जिससे लोगों को किफायती विकल्पों की तलाश करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं शहरों में लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है, ऐसे में प्रदूषण कम करने के लिए भारत सरकार लोगों को इलेक्ट्रिक वाहन चुनने के लिए प्रोत्साहन के रूप में कई छूट भी देती है।
Shashi Rai