हैदराबाद / लंदन: तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी (Revanth Reddy) ने लंदन में भारतीय उच्चायोग में चुनिंदा लोगों के बीच बड़ा खुलासा किया। उनके मुताबिक तेलंगाना में टेस्ला (Tesla) और बीवाईडी (BYD) के निवेश की पूरी संभावना है और राज्य सरकार उनके संपर्क में है। दिसंबर 2023 में चुनाव जीतने और मुख्यमंत्री बनने के बाद मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के पहले विदेशी दौरे को लेकर आम लोगों में भी उत्सुकता है। अगर रेवंत रेड्डी के प्रयास से टेस्ला और बीवाईडी जैसी कंपनियां तेलंगाना में निवेश के लिए राजी हो जाती हैं तो ये न सिर्फ तेलंगाना बल्कि पूरे देश के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।
जहां तक चीनी कंपनी बीवाईडी (BYD) की बात है, इस कंपनी ने जुलाई 2023 में हैदराबाद में निवेश को लेकर दिलचस्पी दिखाई थी, लेकिन तब केंद्र सरकार की तरफ से हरी झंडी नहीं मिली और इस पर अधिक चर्चा भी नहीं हो सकी। टेस्ला प्रमुख भी बीते दो सालों से भारत में निवेश को लेकर उत्सुक हैं लेकिन कभी सरकारी नीतियों या फिर कुछ और का हवाला देकर मामला सुस्त पड़ जाता है। टेस्ला को लेकर पूर्व मंत्री केटी रामाराव ने काफी दिलचस्पी दिखाई थी और सोशल मीडिया पर टेस्ला प्रमुख एलन मस्क को खुला आमंत्रण भी दिया था। मुख्यमंत्री ने अपने विदेशी प्रवास के दौरान संकेत दिया कि दुनिया के दो सबसे बड़े इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता हैदराबाद में निवेश कर सकते हैं।
54 वर्षीय रेवंत रेड्डी, जो 2017 में कांग्रेस में शामिल होने से पहले तेलुगु देशम पार्टी में थे, ने इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी। उनके मुताबिक दो प्रमुख ईवी निर्माताओं के साथ समझौता किस चरण में या आगे क्या होने वाला है इस पर अभी खुलासा करना उचित नहीं है। बता दें कि भारत में निवेश के लिए इच्छुक विदेशी कंपनियों की हैदराबाद को लेकर विशेष आकर्षण रहा है। मुख्यमंत्री ब्यूरोक्रेट्स की एक छोटी टीम लेकर दावोस और फिर लंदन पहुंचे और निवेशकों से मुलाकात कर उन्हें आमंत्रित किया। ब्रिटेन में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने विश्व आर्थिक मंच में भाग लिया और वहां बताया कि तेलंगाना में व्यापार की व्यापक और अनुकूल संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने खासकर फार्मा, मेडिकल इक्विपमेंट्स, आईटी, एयरोस्पेस, डेटा साइंस जैसे कुछ क्षेत्रों का जिक्र किया जिसको लेकर तेलंगाना में बेहतर संभावनाएं हैं।
रेवंत रेड्डी ने घोषणा की कि तेलंगाना में मेडिकल टूरिज्म विकसित करने को लेकर राज्य सरकार का विशेष ध्यान है। “हैदराबाद हाल के दिनों में चिकित्सा पर्यटन के लिए एक प्रमुख गंतव्य के तौर पर उभरा है। खासकर उन देशों के लिए जहां ब्रिटेन जैसे सर्जरी के लिए लंबी प्रतीक्षा अवधि होती है।” भारत में अधिकांश चिकित्सा पर्यटक दक्षिण पूर्व एशिया, अफ्रीका और मध्य पूर्व से आते हैं, लेकिन कम खर्च और तत्काल चिकित्सा उपलब्ध होने के कारण अब यूरोप या फिर अमेरिका से भी लोगों ने भारत का रुख करना शुरू किया है। रेड्डी ने तेलंगाना को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अग्रणी और विकसित बनाने को लेकर अपना संकल्प दोहराया।
रेवंत रेड्डी ने लंदन यात्रा के दौरान टेम्स नदी के रखरखाव को लेकर जायजा लिया, उनका मकसद हैदराबाद में बहने वाले मूसी रिवर को उसी तरीके से संरक्षित और व्यवस्थित करना है। मुख्यमंत्री के मुताबिक, “हम मुसी नदी के आसपास एक नया शहर बनाना चाहते हैं। चूँकि यह हैदराबाद में लगभग 55 किमी चलती है, यह अपनी तरह की एक परियोजना होगी, ” तेलंगाना के वरीय अधिकारियों ने टेम्स नदी से जुड़े प्राधिकार के साथ बैठकें की और जानकारी हासिल की।
रेवंत रेड्डी ने भारतीय उच्चायोग में भाषण देने से कुछ ही घंटे पहले ही वेस्टमिंस्टर में एक बैठक में हिस्सा लिया, जहां सांसद, बिजनेस मैन और प्रवासी भारतीयों के समूह ने उनसे मुलाकात की। उपस्थित लोगों में लॉर्ड रामी रेंजर, सांसद पॉल स्कली, वैलेरी वाज़ और मेजबान वीरेंद्र शर्मा शामिल थे।
लंदन में मूल रूप से तेलंगाना के एक स्थानीय पार्षद ने रेवंत रेड्डी से पूछा कि क्या उनकी सरकार हिंसा का सामना कर रहे भारतीय छात्रों (तेलंगाना से) या अपने प्रियजनों के शवों को भारत वापस लाने के लिए संघर्ष कर रहे परिवार के सदस्यों की सहायता के लिए कुछ कर सकती है। रेड्डी ने महिला पार्षद को आश्वासन दिया कि वे यूके के लिए एक हेल्पलाइन या अलग सेल स्थापित करने पर विचार करेंगे, जैसा कि उन्होंने खाड़ी देशों में कार्यरत तेलंगाना के लोगों के लिए किया था।
“मेरी सरकार कल्याण और विकास के लिए खड़ी है। मैं 20 सालों तक विपक्ष में रहा और मैं हर दिन लोगों का भरोसा जीतना चाहता हूं, मेरी कवायद चुनाव तक ही सीमित नहीं है। ” उन्होंने वहां मौजूद सांसदों और गणमान्य लोगों को संबोधित करते हुए कहा।
- विजय कुमार