New Criminal Laws: आज से यानी 1 जुलाई, 2024 से देश में नए आपराधिक कानून लागू हो गए हैं। भारतीय दंड संहिता, दंड प्रक्रिया संहिता और साक्ष्य अधिनियम अब समाप्त हो गए हैं। अब इनकी जगह भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम ने ले ली है।
गृहमंत्री ने कहा- नए कानून न्याय देने को प्राथमिकता देंगे
गृहमंत्री अमित शाह ने कानून लागू होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि नए कानून के तहत पहला मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रविवार रात 12 बजकर 10 मिनटर पर बाइक चोरी का दर्ज किया गया। गृहमंत्री ने कहा कि नए कानून न्याय देने को प्राथमिकता देंगे, जबकि अंग्रेजों के समय बने कानूनों मे दंडात्मक कार्रवाई को प्राथमिकता दी जाती थी। नए कानून से ट्रायल में कमी आएगी।
नए कानून के तहत ऐसे मिलेगी सज़ा
नए कानूनों में नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने वाले दोषियों को फांसी की सजा दी जा सकेगी। राजद्रोह अब अपराध नहीं माना जाएगा। नए कानून में मॉब लिंचिंग के दोषियों को भी सज़ा दिलाने का प्रवाधान किया गया है। अगर 5 या उससे ज्यादा लोग जाति या समुदाय के आधार पर किसी की हत्या करते हैं तो उन्हें आजीवन कारावास की सज़ा मिलेगी। वहीं अगर किसी ने शादी के नाम पर धोखा देकर यौन संबंध बनाया तो उसे 10 साल की सज़ा और जुर्माना हो सकता है।
वहीं डकैती, गाड़ी की चोरी, कॉन्ट्रेक्ट किलिंग, आर्थिक अपराध, साइबर-क्राइम के लिए कड़ी सजा दी जाएगी। राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कामों पर भी सज़ा का प्रावधान किया गया है।
Shashi Rai