73वें Indian Pharmaceutical Congress का शुभारंभ हिटेक्स प्रदर्शनी केंद्र में मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री श्री बट्टी विक्रमार्क, श्री डी श्रीधर बाबू, आईटी मंत्री, एसटी कोमती रेड्डी वेंकट रेड्डी, भारतीय फार्मास्युटिकल कांग्रेस के अध्यक्ष और हेटेरो समूह के अध्यक्ष डॉ बी पार्थसारथी रेड्डी, भारतीय फार्मास्युटिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष और आईपीसीए के सचिव डॉ. टी वी नारायण, पल्सस समूह के सीईओ डॉ गेडेला श्रीनुबाबू द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया।
इस दौरान डॉ. टीवी नारायण ने आईपीसीए रिपोर्ट प्रस्तुत की। डॉ. बी पार्थसारथी रेड्डी ने अपने संबोधन में कहा कि यह आईपीसी स्वास्थ्य सेवा चुनौतियों के लिए जरूरी समाधान प्रदान करता है। वहीं छात्र स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में वैश्विक फार्मा और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र का भविष्य हैं। इस वक्त अकेले तेलंगाना पूरी दुनिया का 35% फार्मा सप्लाई निर्यात कर रहा है।
पल्स ग्रुप के सीईओ डॉ. गेडेला श्रीनुबाबू ने तेलंगाना सरकार और भारत सरकार द्वारा एसटीपीआई के माध्यम से अमीनपुर, सांगा रेड्डी, तेलंगाना राज्य में एसएआई आधारित फार्मा और लाइफ साइंसेज किल डेवलपमेंट कैंपस (एसडीसी) की स्थापना के मौके पर खुशी जताते हुए कहा कि यह एसडीसी जनता को 10,000 से अधिक प्रत्यक्ष और 40,000 अप्रत्यक्ष नौकरियां प्रदान करेगा।
अपने संबोधन में, आईटी और सी, उद्योग और वाणिज्य मंत्री श्री डी श्रीधर बाबू ने कहा कि मौजूदा कांग्रेस का विषय वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल की जरूरतों को पूरा करना है। मौजूदा तकनीकी, अभिनव आईटी और एआई वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल चुनौतियों का समाधान करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि तेलंगाना सरकार ने कौशल विकास विश्वविद्यालय, डिजिटल विश्वविद्यालय, जीवन विज्ञान विश्वविद्यालय और फार्मा विश्वविद्यालय के लिए 200 एकड़ जमीन निर्धारित की है।
श्री कोमती रेड्डी वेंकट रेड्डी ने अपने संबोधन में कहा कि तेलंगाना सरकार राजी आरोग्यश्री योजना के माध्यम से वंचितों और गरीबों की सेवा के लिए और अधिक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल खोलने की इच्छुक है।
समारोह के मुख्य अतिथि श्री बत्ती विक्रमार्का ने कहा कि फार्मासिस्ट स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में संपर्क का पहला बिंदु है और विभिन्न बीमारियों को खत्म करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाली आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करता है। अपने भाषण में उन्होंने विश्व स्तरीय बिरयानी और दवाओं, टीकों और बायोफोरस के लिए हैदराबाद की प्रशंसा की। उन्होंने तेलंगाना से दवाओं के मौजूदा निर्यात पर अपनी खुशी व्यक्त की और कहा कि तेलंगाना अगले 5 वर्षों में 1 लाख करोड़ रुपये के दवा निर्यात का लक्ष्य हासिल कर लेगा।
73वें भारतीय फार्मास्युटिकल कांग्रेस कार्यक्रम के मौके पर इन लोगों की रही उपस्थिति
73वें भारतीय फार्मास्युटिकल कांग्रेस (आईपीसी) में 8500 प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें भारत बायोटेक के अध्यक्ष डॉ. कृष्णा एल्ला और विभिन्न फार्मास्युटिकल उद्योगों के सीईओ, फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. मोंटू कुमार पटेल, ड्रग्स कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) के डॉ. राजीव रघुवंशी, ईश्वर रेड्डी, डॉ. ए राम किशन, एसोसिएशन ऑफ फार्मेसी टीचर्स ऑफ इंडिया (एपीटीआई) के अध्यक्ष डॉ. मिलिंद उमेकर, आईएचपीए के श्री एचएल नासा, ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन फॉर केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआईओसीडी) के अध्यक्ष श्री जगन्नाथ शिंदे, कॉमनवेल्थ फार्मासिस्ट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. राव वडलामुडी शामिल हुए।
फार्मास्यूटिकल विज्ञान और फार्मेसी प्रैक्टिस के विभिन्न क्षेत्रों को कवर करते हुए 75 सत्र आयोजित किए गए और 12500 एसिडेमिया और औद्योगिक विशेषज्ञों ने बैठक में भाग लिया।
Shashi Rai