दिल्ली में आयोजित भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 बुधवार यानी 22 जनवरी को समाप्त हो गया। 17 जनवरी को इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। प्रदर्शनी दिल्ली के भारत मंडपम, यशोभूमि और ग्रेटर नोएडा में कुल 6 दिनों तक चली। आयोजकों के मुताबिक यह दुनिया का सबसे बड़ा ऑटो एक्सपो रहा। अमेरिका के डेट्रॉइट में होने वाले ऑटो शो से भी ज्यादा लोग यहां पहुंचे। आयोजकों का कहना है कि करीब 10 लाख लोग इस प्रदर्शनी में शामिल हुए। यहां देश-दुनिया की 1500 से ज्यादा कंपनियों ने अपनी प्रदर्शनी लगाई। 90 से ज्यादा व्हिकल्स लॉन्च किए गए।
इस प्रदर्शनी में लग्जरी कार, बाइक, साइकिल के साथ-साथ कई इलेक्ट्रिक वाहन भी पेश किए गए। मारुति सुजुकी ने अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार ई-विटारा पेश की। वहीं, हुंडई मोटर इंडिया ने क्रेटा इलेक्ट्रिक लॉन्च की। वियतनाम की विन्फास्ट और चीन की बीवाईडी जैसी कंपनियों ने भी अपनी नई इलेक्ट्रिक कारें अनवील कीं। इस एक्सपो में वाहन निर्माताओं के अलावा कंपोनेंट्स, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज, टायर, बैटरी और सॉफ्टवेयर कंपनियों ने भी हिस्सा लिया।
कई स्टार्टअप भी इस प्रदर्शनी का हिस्सा बने। क्लीन मोबिलिटी में जोर देते हुए कई कंपनियों ने अपने हाइब्रिड वाहन भी पेश किए। इनमें प्लग-इन हाइब्रिड, हाइड्रोजन और फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाले कई वाहन शामिल थे। इसके अलावा ऑटो एक्सपो में इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जर को स्टैंडर्ड बनाने पर भी जोर दिया गया।
भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 में सबसे खास और आकर्षक रही 18 करोड़ से ज्यादा में बनी तीन तरफ से खुलने वाली बस। इसे गोल्डमेडल इलेक्ट्रिकल्स ने अनवील किया। इसे ऑटोमोटिव डिजाइनर दिलीप छाबड़िया ने डिजाइन किया है। इस बस को शोरूम ऑन व्हील्स बताया जा रहा है। कंपनी की ओर से बताया गया है कि इसे बनाने में उसी मेथड का इस्तेमाल किया गया है, जो एयरबस और बोइंग एयरक्रॉफ्ट बनाने में किया जाता है। इसके साथ ही इसे बनाने से पहले 5000 अलग-अलग डिजाइन में काम किया गया है, जिसके बाद यह डिजाइन फाइनल की गई है।
बता दें, 17 जनवरी को Bharat Mobility Global Expo 2025 की शुरुआत करने के बाद पीएम मोदी ने भी कई वाहन निर्माताओं के पवैलियन पर जाकर कारों और अन्य वाहनों को देखा। वहीं सरकार की ओर से बड़े स्तर पर इसकी तैयारी की गई थी। इस बार की सफलता के बाद अब सरकार इस आयोजन को हर साल करने पर विचार भी कर रही है।
Shashi Rai