Swarnagiri Manepally: भगवान वेंकटेश्वर की भव्य मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा स्वर्णगिरी मंदिर, मानेपल्ली हिल्स में आगामी 6 मार्च 2024 को दिन के 11 बजकर 6 मिनट पर तय किया गया है। उत्कृष्ट स्थापत्यकला से सुसज्जित मंदिर का निर्माण पूरा हो चुका है। मंदिर की भव्यता देखकर ऐसा माना जा रहा है कि स्वर्णगिरी मंदिर तेलंगाना में धार्मिक आस्था के बड़े केंद्र के तौर पर मान्य होगा। हालांकि आगामी 1 मार्च से ही भक्तिमय कार्यक्रमों की शुरुआत हो जाएगी। जिसके लिए आम जनमानस को मीडिया माध्यमों से न्यौता दिया गया है। माना जा रहा है कि तेलंगाना ही नहीं बल्कि आस पास के राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर के धार्मिक कार्य में शरीक होने के लिए पहुंचेंगे।
हैदराबाद से कैसे पहुंचें स्वर्णगिरी मंदिर
स्वर्णगिरी मंदिर हैदराबाद से करीब 47 किलोमीटर की दूरी पर है। हालांकि उप्पल जंक्शन से महज 38.7 किलोमीटर का रास्ता आपको एनएच 163 के जरिये तय करनी होगी। सड़क मार्ग से बमुश्किल आधे घंटे के सफर में आप हैदराबाद से स्वर्णगिरी मंदिर प्रांगण में होंगे। हनमनकोंडा से आपको हाईवे छोड़कर करीब एक किलोमीटर का सफर तय करा होगा। खासकर तेलुगू राज्यों में इस मंदिर को लेकर श्रद्धालुओं में बड़ी उत्सुकता है। 1 मार्च से शुरू हो रहे कार्यक्रम को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुविधा के लिहाज से इंतजाम किये गये हैं।
यादाद्री तिरुमला देवस्थानम
मंदिर की देखभाल का जिम्मा यादाद्री तिरुमला देवस्थानम की ओर से किया जाएगा। 6 मार्च को मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान प्रमुख त्रिदंडी चिन्ना श्रीमन्नारायण रामानुजा जीयर स्वामी जी सहित अनेक संत महात्माओं की उपस्थिति होगी। प्राण प्रतिष्ठा के अलावा महाकुंबाभिशेकम का कार्यक्रम होगा। मंदिर की ध्वजा का अवरोहण पहले ही किया जा चुका है। भव्य मंदिर में प्रमुख तीन मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा होनी है, जिसमें शामिल है श्री पद्मावती, गोदादेवी और श्री वेंकटेश्वर स्वामी की मूर्तियां।
मंदिर के भव्य उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता जाने माने उद्योगपति और ज्वेलर मानेपल्ली ग्रुप के चेयरैन मानेपल्ली रामा राव, उनकी पत्नी विजयालक्ष्मी और परिवार के बाकी सदस्यों की तरफ से दिया गया है। मंदिर के भव्य निर्माण और उद्घाटन में तेलंगाना की पूर्ववर्ती और वर्तमान सरकार का भी पूर्ण सहयोग रहा।