हैदराबाद: पूर्व केंद्रीय मंत्री जयपाल रेड्डी की 82वीं जयंती 16 जनवरी को स्फूर्ति स्थल पर मनाई जाएगी। स्वर्गीय जयपाल रेड्डी का स्मारक हैदराबाद के पीवीआर मार्ग (नेकलेस रोड) पर संजीवैया पार्क के पास स्थित होगा। जिसका 16 जनवरी को सुबह 9 बजे लोकार्पण किया जाएगा।
बतां दें कि स्वर्गीय जयपाल रेड्डी कांग्रेस नीत सरकार में एक दशक से अधिक समय तक केंद्रीय मंत्री रहे थे। इस दौरान उनके लिए कई फैसलों का आम लोगों पर सकारात्मक असर हुआ। जयपाल रेड्डी के प्रेरणादायी जीवन और लोक कल्याण के लिए उनके समर्पण की भावना का सम्मान करते हुए उनके नाम से स्मारक बनाया गया है, जिसका नाम स्फूर्ति स्थल रखा गया है। आगामी 16 जनवरी को तेलंगाना सरकार के मुखिया सहित अन्य गणमान्य लोग स्मारक पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। हैदराबाद में एस. जयपाल रेड्डी मेमोरियल फाउंडेशन द्वारा जारी एक प्रेस नोट में जानकारी दी गई कि दिवंगत नेता को श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए कई बड़े नेता दिल्ली से भी पहुंचने वाले हैं।
एस जयपाल रेड्डी मेमोरियल फाउंडेशन आयोजन में शामिल
एस जयपाल रेड्डी मेमोरियल फाउंडेशन की ओर से इंडियन सोसाइटी ऑफ लैंडस्केप आर्किटेक्ट्स ने एक मेमोरियल लैंडस्केप डिजाइन प्रतियोगिता का आयोजन है। जयपाल रेड्डी को उनके उदारवादी, प्रगतिशील और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए लोग मानते हैं। दिवंगत नेता जयपाल रेड्डी आजीवन लोकतंत्र और लोककल्याण के लिए समर्पित रहे। उनके विचारों को उनकी पुस्तक “टेन आइडियोलॉजीज़: द ग्रेट एसिमेट्री बिटवीन एग्रेरियनिज्म एंड इंडस्ट्रियलिज्म” में विस्तार से उल्लिखित किया गया है। इस किताब में लोकतंत्र की अलग अध्याय में व्याख्या की गई है। किताब में इस बात पर जोर दिया गया है कि लोकतंत्र सरकार की एक ऐसी प्रणाली है जिसमें सत्ता नागरिकों में ही समाहित होती है। जयपाल रेड्डी ने अपना जीवन भारतीय राजनीति में लोकतांत्रिक मूल्यों को कायम रखने के लिए समर्पित किया।
बतां दें कि दिवंगत कांग्रेसी नेता एस जयपाल रेड्डी अपने जीवन काल में उपनिषदों, बुद्ध, प्लेटो, गांधी, विवेकानन्द, नेहरू, अम्बेडकर और बर्ट्रेंड रसेल के नैतिक सिद्धांतों से बेहद प्रभावित थे। उनके भाषण बेहद सटीक हुआ करता था साथ वे एक प्रखर वक्ता के तौर पर जाने जाते थे।
उन्होंने 2014 में तेलंगाना के गठन के लिए विधेयक को पारित करने में विशेष तौर पर मदद की थी। एक उत्कृष्ट राजनेता, श्री रेड्डी लगातार चार बार विधान सभा के सदस्य थे। वह सात बार संसद सदस्य और 10 साल से अधिक समय तक केंद्रीय कैबिनेट मंत्री रहे। उनका राजनीतिक करियर 50 साल से अधिक का रहा। वह एक प्रतिभाशाली सांसद थे जो अपने वक्तृत्व कौशल और राजनीतिक कौशल के लिए जाने जाते थे। उनके भाषण ज्ञान, सूचना, आलोचना और बुद्धि से भरा हुआ करता था।
6 साल पहले हुआ था निधन
28 जुलाई 2019 को 77 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। अपनी शारीरिक विकलांगता के बावजूद धैर्य और दृढ़ संकल्प के साथ उन्हें बेहद प्रेरणादायी जीवन यात्रा का सफर तय किया। रेड्डी लगभग 45 वर्षों तक एक निर्वाचित प्रतिनिधि थे और संसद में चर्चाओं में उनके योगदान ने उन्हें “उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार, 1998” दिलाया।
दिवंगत जयपाल रेड्डी ने अपना सारा जीवन लोकतांत्रिक आदर्शों को मजबूत करने और वंचितों और हाशिये पर पड़े लोगों की सेवा के लिए काम करते हुए बिताया। पूरी दुनिया आज भी इस प्रखर नेता की दूरदर्शिता की कायल है, साथ ही तेलुगू प्रदेशों में लोग उन्हें किसी पारिवारिक सदस्य के तौर पर याद करते हैं।
-विजय कुमार