इजराइल-फिलिस्तीन मामले पर संसद में बोलते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष खत्म करने के लिए भारत अपने टू-स्टेट सॉल्यूशन यानी अलग फिलिस्तीन देश बनाने के फैसले पर कायम है। साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद और बंधक बनाने के मुद्दों को कम करके नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
आगे उन्होंने कहा कि इजराइल ऐसा देश है जिसके साथ राष्ट्रीय सुरक्षा में सहयोग का हमारा मजबूत रिकॉर्ड है। इजराइल उस वक्त भी हमारे साथ खड़ा रहा जब हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में थी। हम जब भी कोई फैसला लेंगे तो एक बड़ी तस्वीर को ध्यान में रखेंगे, पर इसके साथ अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा का ध्यान भी रखेंगे।
बता दें, बीते मंगलवार यानी 3 दिसंबर, 2024 को भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के उस प्रस्ताव के पक्ष में वोट किया, जिसमें पूर्वी यरुशलम समेत 1967 से कब्जाए गए फिलिस्तीनी क्षेत्र को इजराइल से वापस जाने का आह्वान किया गया है। साथ ही पश्चिम एशिया में व्यापक, न्यायपूर्ण और स्थायी शांति होने के आह्वान को दोहराया गया है।
सेनेगल द्वारा प्रस्तुत ‘फिलिस्तीन के प्रश्न का शांतिपूर्ण समाधान’ विषयक मसौदा प्रस्ताव को मंगलवार को 193 सदस्यीय महासभा में भारी बहुमत से स्वीकार कर लिया गया।
Shashi Rai