मार्च 2025 में भारत सरकार ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) से 1.96 लाख करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया, जो पिछले साल मार्च 2024 में 1.78 लाख करोड़ रुपये था। इसका मतलब है कि GST कलेक्शन में इस साल 9.9% की बढ़ोतरी हुई है।

1. GST कलेक्शन का महत्व

GST कलेक्शन देश की आर्थिक स्थिति का महत्वपूर्ण संकेतक है। जब GST की रकम बढ़ती है, तो यह घरेलू अर्थव्यवस्था के स्वस्थ होने का संकेत है, क्योंकि यह कारोबार, उपभोग और उत्पादन की स्थिति को दर्शाता है।

Poultary

2. 13वां महीना जब कलेक्शन 1.7 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा था

मार्च 2025 लगातार 13वां महीना था जब सरकार ने 1.7 लाख करोड़ रुपये से अधिक का GST कलेक्शन किया। यह दर्शाता है कि भारत की अर्थव्यवस्था में निरंतर वृद्धि हो रही है और व्यापार गतिविधियां अच्छी बनी हुई हैं।

3. सालाना कलेक्शन और वित्तीय वर्ष 2024-25

वित्त वर्ष 2024-25 में कुल 19.56 लाख करोड़ रुपये का नेट GST कलेक्शन हुआ है, जो एक बड़ी रकम है और भारत की बढ़ती आर्थिक गतिविधियों को दर्शाता है।

4. प्रमुख महीनों का कलेक्शन

अप्रैल 2024 में अब तक का सबसे बड़ा GST कलेक्शन ₹2.10 लाख करोड़ था, जो कि एक रिकॉर्ड है। इसके बाद नवंबर 2024 में तीसरी सबसे बड़ी कलेक्शन ₹1.96 लाख करोड़ थी।

5. GST की संरचना

GST, जो 1 जुलाई 2017 को लागू हुआ था, एक अप्रत्यक्ष कर है जो भारत में कई पुराने टैक्स (जैसे VAT, सर्विस टैक्स, और एक्साइज ड्यूटी) को बदलने के लिए लाया गया। इसके तहत चार टैक्स स्लैब होते हैं: 5%, 12%, 18%, और 28%. इसके माध्यम से सरकार को अधिक व्यापक और पारदर्शी तरीके से टैक्स इकट्ठा करने का अवसर मिला है।

6. GST लागू होने का इतिहास:

2017 में GST के लागू होने से पहले देशभर में अलग-अलग राज्यों और केंद्र सरकार के अलग-अलग टैक्स सिस्टम थे, जिनमें VAT, सर्विस टैक्स, एक्साइज ड्यूटी आदि शामिल थे। GST ने इन सभी करों को एक ही टैक्स के तहत लाकर सिस्टम को सरल किया और व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए इसे अधिक सुविधाजनक बनाया।

इस प्रकार, GST न सिर्फ सरकार के लिए राजस्व का एक बड़ा स्रोत है, बल्कि यह देश की आर्थिक स्थिरता और विकास को भी दर्शाता है।

Shashi Rai

Bharati Cement

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here