

पाकिस्तान में बिलावल भुट्टो की पार्टी की नेता पलवाशा खान ने संसद में कहा है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद बनाएंगे और रावलपिंडी का एक-एक सिपाही बाबरी मस्जिद की बुनियाद में पहली ईंट रखेगा।
और पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर पहली अजान देंगे। साथ ही उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान सिर्फ अपनी 7 लाख सैनिकों के भरोसे नहीं है, बल्कि उसके पास 25 करोड़ लोग हैं.
पलवाशा खान का उत्साही भाषण: साहसिक शब्द, अव्यवहारिक आकांक्षाएँ
वैसे पलवाशा खान काफी जोश में थी, इसलिए ये सब बोल गईं। पर उनको अंदाज़ा होना चाहिए कि इस भाषण से पाकिस्तान में वोट बटोरे जा सकते हैं, भारत के साथ युद्ध नहीं किया जा सकता। पलवाशा खान की सरकार और सेना से उनका देश तो संभलता नहीं, बलूचिस्तानी, पापुस्तान और पंजाब में जाने के नाम पर आसिम मुनीर के पसीने छूटते हैं, ऐसे में पलवाशा खान का अयोध्या में आने का सपना, उन्हें कहां ले जाकर छोड़ेगा कहना मुश्किल है ।
पाकिस्तान में बौखलाहट और सीमा पर खाली चौकियां: बढ़ता तनाव और परमाणु बयानबाजी
ये बौखलाहट तब है, जब मात्र भारत में बैठकों का दौर जारी है और चर्चाएं चल रही हैं। इससे मात्र पलवाशा खान और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ही सदमे में नहीं है, बल्कि पाकिस्तान के सारे मंत्री खौफ में हैं और परमाणु बम-परमाणु बम का राग अलाप रहे हैं। और दुनिया को चिल्ला-चिल्ला कर बता रहे हैं, कि भारत अब बहुत जल्द हम पर आक्रमण करने वाला है, आकर कोई तो बचा ले।
इस बीच सबसे बड़ी खबर ये है कि पाकिस्तानी सेना ने इंटरनेशनल बॉर्डर पर कई पोस्ट खाली कर दिए हैं और झंडे भी हटा लिए हैं। बताया जा रहा है कि कठुआ के पर्गवाल इलाके में ये पोस्ट खाली की गई हैं।
वहीं पाकिस्तान की इस बौखलाहट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना को आतंक के खिलाफ खुली छूट दे दी है। और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का नए सिरे से गठन किया है । पूर्व रॉ चीफ आलोक जोशी को इसका चेयरमैन बनाया गया है। मतलब भारत का इशारा साफ है कि पहलगाम हमले के दोषियों का अंत अब तय है और घड़ी चल पड़ी है।