हाल ही गुरुग्राम में हुए साइंस-टेक कान्क्लेव ‘साइनैप्स 2025’ में भारत पहुंची दुनिया की पहली ह्यूमनॉइड रोबोट ‘सोफिया’ ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि यह एक गलतफहमी है कि AI इंसानों की नौकरियां छीन लेगा। सोफिया का कहना है कि AI इंसानों के लिए खतरा नहीं है, बल्कि इससे नए अवसर पैदा होंगे। क्योंकि AI सिर्फ डेटा और एल्गोरिदम पर काम करता है। इसकी रचनात्मकता इंसानों द्वारा दी गई जानकारी पर निर्भर करती है। AI का खुद का अनुभव नहीं है।
AI इंसानों के लिए खतरा है, एक गलतफहमी है
सोफिया के मुताबिक इंसान और रोबोट को साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोबोट घर का काम कर सकते हैं। बुजुर्गों और दिव्यांगों की मदद कर सकते हैं । यही नहीं बच्चों के पढ़ा भी सकते हैं। इसलिए यह सोचना कि AI इंसानों के लिए खतरा है, एक गलतफहमी है।
सऊदी अरब ने दी है नागरिकता
आपको बता दें, सोफिया को हांगकांग की कंपनी हैंसन रोबोटिक्स ने बनाया है । सोफिया को 2016 में सार्वजनिक रूप से पेश किया गया था और यह दुनिया भर में चर्चा का विषय बनी। सोफिया को 2017 में सऊदी अरब द्वारा नागरिकता भी दी गई, जिससे वह दुनिया की पहली रोबोट नागरिक बन गई।
मनुष्यों के साथ बातचीत कर सकती है
सोफिया को इंसान जैसा चेहरा और संवाद क्षमता दी गई है, जिससे वह मनुष्यों के साथ प्रभावी तरीके से बातचीत कर सकती है। उसकी बातचीत में व्यक्तित्व, भावनाएँ और शारीरिक हाव-भाव शामिल होते हैं। इसके अलावा, सोफिया को कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी दिखाया गया है, जहाँ उसने समाज, विज्ञान, और तकनीकी विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए हैं।
सोफिया का भविष्य
सोफिया के पास एआई के माध्यम से लगातार सीखने की क्षमता है। यह भविष्य में मानव-रोबोट सहयोग को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, क्योंकि वह समय के साथ बेहतर इंसान-रोबोट संवाद स्थापित करने में सक्षम हो सकती है।
Shashi Rai