टाटा ग्रुप अगले पांच साल में अपने प्रोजेक्ट्स के जरिए 5 लाख से ज्यादा नई मैन्युफैक्चरिंग जॉब्स बनाने का योजना बना रहा है। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने यह जानकारी अपने न्यू ईयर मैसेज में दी है। उन्होंने कहा कि ये जॉब्स भारत भर में टाटा के कारखानों और प्रोजेक्ट्स में किए गए निवेश से आएंगी, जिनमें बैटरी, सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, सोलर इक्विपमेंट्स और अन्य नई तकनीकी उत्पाद शामिल होंगे।
इसके अलावा, टाटा ग्रुप रिटेल, टेक सर्विसेज, एयरलाइन्स और हॉस्पिटैलिटी जैसे अन्य सेक्टर्स में भी जॉब्स पैदा करेगा। चंद्रशेखरन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्षेत्र में टाटा की पहल के बारे में भी बात की।
सात से ज्यादा नए मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स का निर्माण शुरू हो चुका है, जिनमें गुजरात के धोलेरा में पहला सेमीकंडक्टर प्लांट और असम में नया सेमीकंडक्टर OSAT प्लांट शामिल है। इसके अलावा, कर्नाटका, तमिलनाडु और ब्रिटेन में भी नए प्लांट्स स्थापित किए जा रहे हैं।
चंद्रशेखरन ने कहा कि सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में नए जॉब्स के साथ-साथ इंडायरेक्ट जॉब्स के अवसर भी काफी बढ़ेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि AI और मैन्युफैक्चरिंग दो ऐसे क्षेत्र हैं, जो आर्थिक अवसर और सामाजिक प्रगति दोनों को एक साथ लेकर आ रहे हैं, और ग्लोबल सप्लाई चेन अब भारत की ओर शिफ्ट हो रही है।
Shashi Rai