भारत में रोटी, कपड़ा और मकान लगातार काफी महंगे होते जा रहे हैं। ठीक है सरकार गरीबों की मदद के लिए सस्ते दामों पर अनाज उपलब्ध करा रही है, लेकिन दाल, सब्जी, दूध तो चाहे कोई गरीब हो या अमीर खुद से ही खरीदना पड़ता है। और इनके दाम चावल-गेहूं से हमेशा ज्यादा रहते हैं। जब देखो तब टमाटर अपना भाव बढ़ाकर आम आदमी की थाली से गायब हो जाता है, तो वहीं प्याज को भी अक्सर गरीबों की थाली पसंद नहीं आती। गोभी, गाजर, करेला तो खैर कभी खुद को सस्ता समझती ही नहीं। वहीं हम दाल रानी और दूध राजा के लिए तो कब से सैकड़ा खर्च कर रहे हैं। ये तो रही खाने की बात, पर पहनने के मामले में कपड़ा भी सस्ता नहीं है, और मकान खरीदना तो बिना लोन का संभव ही नहीं है।
इस बीच ‘फिनशॉट्स’ की एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें देश के सबसे महंगे और सस्ते राज्य के बारे में बताया गया है। आइए जानते हैं ये कौन-कौन से राज्य हैं।
गुजरात देश का सबसे महंगा राज्य
‘फिनशॉट्स’ की रिपोर्ट के अनुसार गुजरात में अमीर, मध्यम वर्ग और गरीबों का औसत मासिक खर्च 46,800 रुपए है। वहीं दूसरे नंबर पर सबसे महंगे शहर की गिनती में महाराष्ट्र को रखा गया है, जहां लोगों की औसत मासिक खर्च 45, 400 रुपए है। 43,500 औसत मासिक खर्च के साथ तीसरे नंबर पर मिजोरम है। इसके बाद कर्नाटक को चौथे नंबर 43,200 औसत खर्च के साथ रखा गया है। वहीं 39,800 औसत मासिक खर्च के साथ हरियाणा पांचवें नंबर पर देश का सबसे महंगा राज्य है।
हिमाचल प्रदेश देश का सबसे सस्ता राज्य
महंगे राज्यों के साथ-साथ फिनशॉट्स ने सस्ते राज्यों का आंकड़ा भी जारी किया है। रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल प्रदेश 23,600 औसत मासिक खर्च के साथ देश का सबसे सस्ता राज्य है। वहीं सस्ते राज्यों में बिहार का नंबर दूसरा, ओडिशा का तीसरा, झारखंड का चौथा और पुडुचेरी देश का पांचवां सबसे सस्ता राज्य है।
Shashi Rai