‘टैरिफ प्रेमी’ ट्रम्प को जवाब, चीन ने टैरिफ लगाकर ही दिया है, वो भी 5 फीसदी ज्यादा! बता दें, बीते 1 फरवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन से आने वाले सामान पर 10% टैरिफ लगाना का ऐलान किया था, जिसके बदले में मंगलवार यानी 4 फरवरी को चीन की कॉमर्स मिनिस्ट्री ने अमेरिका से आने वाले कोयला- LNG पर 15% और कच्चे तेल, कृषि मशीनरी व बड़े इंजन वाली कारों पर 10% टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया। वहीं ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार टैरिफ को लेकर चीन ने अमेरिका को WTO में भी घसीटा है। इस बीच कनाडा और मेक्सिको के लिए राहत भरी खबर ये है, क्योंकि ट्रम्प ने इन पर टैरिफ लगाने के फैसले को 30 दिन के लिए टाल दिया है।
दोनों देशों पर 25% टैरिफ लगाने का फैसला लिया था
आपको बता दें, ट्रम्प ने इन दोनों देशों पर 25% टैरिफ लगाने का फैसला लिया था, जो मंगलवार यानी 4 फरवरी से लागू होना था। हालांकि इससे पहले सोमवार को ट्रम्प, ट्रूडो और मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम के बीच बातचीत हुई। जिसके बाद ट्रम्प ने बताया कि दोनों देशों ने बॉर्डर को सिक्योर करने पर सहमति जताई है, इसलिए इन पर टैरिफ लगाने का फैसला अगले 30 दिन के लिए रोक दिया गया है।
टैरिफ वार का अंतरराष्ट्रीय बाजार पर असर?
अमेरिका और चीन के बीच शुरू हुए टैरिफ वार की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों और चीनी मुद्रा युआन में गिरावट आई है। वहीं अमेरिकी और यूरोपीय स्टॉक फ्यूचर्स भी नीचे आए हैं।
चीन ने अमेरिका पर लगाया ये आरोप
वहीं चीन ने अमेरिका पर बदले की कार्रवाई करते हुए ट्रम्प प्रशासन पर अंतरराष्ट्रीय व्यापार के नियमों को तोड़ने का आरोप लगाया है। चीन के वित्त मंत्रालय ने कहा है, ”अमेरिका की एकतरफा टैरिफ लगाना विश्व व्यापार संगठन के नियमों का गंभीर उल्लंघन करता है। ये अमेरिका की अपनी समस्याओं का हल तो नहीं ही निकालता बल्कि ये चीन और अमेरिका के बीच सामान्य आर्थिक और कारोबारी सहयोग को भी कमजोर करता है।”
Shashi Rai