नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार ( 4 मार्च, 2025) को MSME पर पोस्ट बजट वेबिनार संबोधन के दौरान कहा कि किसी भी देश की तरक्की वहां कि स्थिर नीतियां और अच्छा कारोबारी माहौल पर निर्भर करती है। इसीको ध्यान में रखते हुए सरकार ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार करते हुए 40 हज़ार से ज्यादा अनुपालन हटा दिए। इसके साथ ही एक सरलीकृत आयकर प्रणाली भी शुरू की है। अब सरकार जन विश्वास बिल 2.0 पर काम कर रही है।
पीएम मोदी के संबोधन की 7 बड़ी बातें:
तीसरे कार्यकाल का पहला बजट: यह बजट सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट था, जिसमें उम्मीदों से कहीं ज्यादा काम किया गया है। कई सेक्टर्स में एक्सपर्ट्स की अपेक्षाओं से भी अधिक कदम उठाए गए हैं।
भारत की आर्थिक साझेदारी: आज दुनिया के हर देश को भारत के साथ आर्थिक साझेदारी को मजबूत करना है। हमारा मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर इससे लाभ उठाने के लिए आगे आना चाहिए।
आत्मनिर्भर भारत और रिफॉर्म्स: आत्मनिर्भर भारत का सपना और रिफॉर्म्स की प्रक्रिया को तेज किया गया। कोविड के प्रभाव को कम करके भारत को तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनाने में मदद मिली है।
PLI योजना से लाभ: 14 सेक्टर्स को PLI (Production Linked Incentive) योजना का फायदा मिल रहा है। इस योजना से 7.5 करोड़ यूनिट्स को मंजूरी मिली, ₹1.5 लाख करोड़ का निवेश आया, और ₹13 लाख करोड़ का उत्पादन हुआ।
R&D का महत्व: भारत की मैन्युफैक्चरिंग में रिसर्च और डेवलपमेंट (R&D) का बड़ा योगदान है। इसके जरिए हम नए और बेहतर उत्पाद बना सकते हैं।
ऋण वितरण में सुधार: MSME सेक्टर के लिए नए तरीके से ऋण वितरण किया जाएगा, जिससे कम लागत और समय पर ऋण मिल सके। इसके तहत पहली बार 5 लाख महिलाओं और SC/ST उद्यमियों को 2 करोड़ तक का ऋण मिलेगा।
सरल नीतियां और कारोबारी माहौल: कारोबार को आसान बनाने के लिए 40,000 से ज्यादा अनुपालन हटा दिए गए हैं। आयकर प्रणाली को भी सरल किया गया है, और हम जन विश्वास बिल 2.0 पर काम कर रहे हैं।
Shashi Rai